कवर्धा

गांधी जयंती पर कांग्रेसियों ने कहा भाजपा के मोदी सरकार किसान विरोधी

गांधी जयंती पर कांग्रेसियों ने कहा भाजपा के मोदी सरकार किसान विरोधी

कवर्धा :कबीर, क्रांति- मुख्यमंत्री आदरणीय *भूपेश बघेल जी,* प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय *मोहन मरकाम* जी एवं वन, पर्यावरण एवं आवास मंत्री माननीय *मोहम्मद अकबर भाई जी* के निर्देशानुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं कबीरधाम जिला के प्रभारी श्री थानेश्वर पाटिला जी की उपस्तिथि में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री नीलू चंद्रवंशी जी के नेतृत्व में परम पूज्य राष्ट्रपिता स्व. श्री महात्मा गांधी जी एवं स्व. श्री लालबहादुर शास्त्री जी का जयंती मनाया गया एवं एकदिवसीय धरना प्रर्दशन कार्यक्रम सम्पन्न किया गया।

धरना कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री थानेश्वर पाटिला जी ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक को ले कर मचे घमासान के बीच इसे किसान विरोधी करार देते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और किसान संगठनों से कोई चर्चा या सलाह किए बिना यह विधेयक लाया है केंद्र सरकार के इस फैसले का चौतरफा देश में विरोध हो रहा है इससे मंडियों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी आज मंडियों के वर्तमान प्रणाली से उपज बेचकर किसान खुशहाल जिंदगी जी रहा है कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों विधेयकों को लाने की जो साजिश की गई है उससे भाजपा का गांव,गरीब और किसान विरोधी चेहरा उजागर हुआ है।

जिला अध्यक्ष नीलू चंद्रवंशी जी ने कृषि और किसानों के हित में इस मसले पर मोदी सरकार का जबरदस्त विरोध किया और आगे भी पूरी पार्टी देश के किसानों के साथ खड़ी रहेगी, राज्यसभा में इन विधेयकों को पारित कराने की सरकार की मंशा का विरोध कर रहे सांसदों का निलंबन वापस लेने की भी पूरजोर मांग की इस विधेयक के दूरगामी परिणाम किसानों के लिए अहितकर होने वाले हैं यह एक तरह के परंपरागत कृषि क्षेत्र में बड़े उद्योगपतियों के पदार्पण की आहट है कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग बिल से कोई भी कारपोरेट किसानों से कांटेक्ट करके खेती कर पाएगा यह वैसा ही होगा जैसा आजादी से पहले यूरोपियन प्लांटर बिहार और बंगाल के इलाके में करते थे मतलब यह कि कोई कारपोरेट आएगा और जमीन लीज पर लेकर खेती करने लगेगा मगर गांव के उन गरीब किसानों का सीधा नुकसान होगा जो आज छोटी पूंजी लगाकर non-residential किसानों की जमीन लीज पर लेते हैं और खेती करते हैं ऐसे लोगों में ज्यादातर भूमिहीन होते हैं और दलित पिछड़ी जाति के होते हैं वह एक झटके में बेरोजगार हो जाएंगे, कारपोरेट जगत की खेती में उतरने से खेती बड़ी पूंजी,बड़ी मशीन के धंधे में बदल जाएगी मजदूरों की जरूरत कम हो जाएगी गांव में जो भूमिहीन होगा या सीमांत किसान होगा वह बदहाल हो जाएगा एसेंशियल कमोडिटी बिल से सरकार अब यह बदलाव लाने जा रही है कि किसी भी अनाज को आवश्यक उत्पाद नहीं माना जाएगा जमाखोरी अब गैरकानूनी नहीं रहेगी,मतलब कारोबारी अपने हिसाब से खाद्यान्न और दूसरे उत्पादों का भंडार कर सकेंगे और दाम अधिक होने पर उसे बेच सकेंगे कुल मिलाकर यह तीनों बिल बड़े कारोबारियों के हित में है और खेती के वर्जित क्षेत्र में उतरने के लिए उनके मददगार साबित होंगे मोदी सरकार द्वारा किसानों को इस क्षेत्र से भी खदेड़ने की तैयारी की जा रही है।* छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों की उन्नति और उनकी मजबूती के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इससे किसान, मजदूर तथा गरीब तबका सहित हर वर्ग के लोग खुशहाल हैं और वे आर्थिक रूप से और अधिक मजबूती के साथ खड़े होने लगे हैं। राज्य में मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में सरकार के बनते ही किसानों के हित के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं। इनमें शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण सहित कर्जमाफी तथा सिंचाई करमाफी जैसे अनेक महत्वपूर्ण निर्णय शामिल है। इसी तरह राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही अपने वायदे के मुताबिक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए 2500 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है।

कार्यक्रम को आकाश केशरवानी, गंगोत्री योगी, रजपाल साहू, मुकुंद माधव कश्यप, मुकेश झरिया, कृष्णा नामदेव, अखण्डानन्द मिश्रा, लेखा राजपूत प्रशांत परिहार ने संबोधित किइस और कार्यक्रम का संचालन ईश्वर शरण वैष्णव ने और आभार प्रदर्शन सत्येंद्र वर्मा ने किया ऋषि शर्मा ,नरेशु चंद्राकर,तुकेश्वर साहू, योगी,टेकसिंह चंद्रवंशी,पंचू कोशरिया,भुनेस्वर पटेल,कन्नू आमदे,बीरेंद्र जांगड़े,टेकम लाल गड़ेवाल,रोहित चंद्रवंशी, गिरीश चंद्रवंशी, देव सिंह,मनोज दुबे,कृष्णा नामदेव,चोवा साहू,अश्वनी वर्मा,आकाश वर्मा,अजीत साहू,कृष्णा साहू,नीलकंठ साहू,मणिकांत त्रिपाठी,किरण शर्मा,जनक मेरावी,रामसरन कौशिक,लखन दास, ज्वाला पांडे, दिलीप साहू,जगमोहन,नंदकुमार,लछमी,रविसंकर वर्मा,सनत सिन्हा, पिलाराम साहू,चेतु राम धुर्वे,चितराम यादव,ललित यादव,भागीराम साहू,पुनाराम साहू,श्री राम चंद्रवंशी, राजकुमार साहू,शुसील चंद्रवंशी उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button