जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती रेणु जी पिल्ले ने की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा मजदूरी भुगतान, राजस्व प्रकरण, टीकाकरण, कुपोषण, पेयजल, स्वरोजगार आदि पर विशेष जोर अगली बैठक में विकासखण्डवार तुलनात्मक जानकारी के साथ उपस्थित रहने के निर्देश कलेक्टर ने दी स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कुपोषण के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में जा रही बेहतर कार्यो की जानकारी
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जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती रेणु जी पिल्ले ने की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा
मजदूरी भुगतान, राजस्व प्रकरण, टीकाकरण, कुपोषण, पेयजल, स्वरोजगार आदि पर विशेष जोर
अगली बैठक में विकासखण्डवार तुलनात्मक जानकारी के साथ उपस्थित रहने के निर्देश
कलेक्टर ने दी स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कुपोषण के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में जा रही बेहतर कार्यो की जानकारी
कवर्धा, । कबीरधाम जिले की प्रभारी और उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणजी पिल्ले ने सोमवार को जिला कार्यालय की सभाकक्ष में विभाग प्रमुखों की बैठक लेकर विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान, राजस्व न्यायालयों में लंबित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, संस्थागत प्रसव,
कुपोषण में कमी लाने, पेयजल, सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया। प्रभारी सचिव ने राज्य शासन की प्राथमिकता वाली नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी विकास योजना की विस्तृत समीक्षा की तथा इस योजना की प्रगति पर संतोष जताया। उन्होंने दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र एवं कृत्रिम अंग उपकरण वितरण, पाठ्यपुस्तक, गणवेश, मध्यान्ह भोजन, रेडी-टू-ईट, स्वरोजगार, मछली पालन, पशुपालन, राजस्व, खनिज सहित विभागवार योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। सभी विभाग प्रमुखों को अगली समीक्षा बैठक में विकासखण्डवार पिछले वर्ष और इस वर्ष की उपलब्धियों की
तुलनात्मक जानकारी के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिये।
बैठक में कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कुपोषण के क्षेत्र में बेहतर कार्य किये जा रहे है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण के साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गर्भवती महिलाओं का ही महीने घर-घर जाकर सर्वे कर स्वास्थ्य केन्द्रों में उनका सुरक्षित प्रसव कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बोड़ला और पंडरिया विकासखंड के दुर्गम क्षेत्रों में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं की आपात चिकित्सा के लिए बाईक एंबुलेंस की
सुविधा शुरू की गई है, जो ऐसे क्षेत्र है जहां चार पहिया वाहन पहुंचने में दिक्कत होती है। इसी तरह कुपोषण में कमी लाने पंडरिया एवं बोड़ला विकासखण्ड के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को सप्ताह में एक दिन सोमवार को केला-अंडा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष कोचिंग की भी व्यवस्था की गई है। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार ने नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना की प्रगति, मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान तथा प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में प्रथम चरण में
चयनित 76 गौठानों में से 70 गौठान पूर्ण हो चुके है, शेष गौठान एक सप्ताह में पूर्ण हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी एवं वन विभाग के समन्वय से गौठानों में चारागाह विकास के साथ ही छायादार पौधे लगाए गये है। बैठक में बताया गया कि गौठानों में मवेशियों की संख्या बढ़ गई है। घुरूवा विकास के तहत जिले को प्राप्त 10 हजार लक्ष्य के अनुरूप 99 प्रतिशत कार्य हो गये है तथा 16 हजार मीटरिक टन से ज्यादा वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन हो रहा है। बाड़ी विकास के तहत चिन्हित 406 नवीन बाड़ियों में से 127 बाड़ियों से बरबट्टी, लौकी, करेला, भिंडी आदि सब्जी का उत्पादन शुरू हो गया है। बैठक में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, विभाग प्रमुख एवं जनपद पंचायत के सीईओ उपस्थित थे।