कवर्धा

डी एफ ओ बदला लेकिन रवैया नहीं , अबतक नही हुआ डब्ल्यू बी एम सड़क की जांच

कबीरधाम वन मंडल के अधीनस्थ पंडरिया उप वन मंडल के पंडरिया पूर्व परिक्षेत्र में एक वर्ष पूर्व डब्ल्यू बी एम सड़क का निर्माण किया गया था जिसमे सारे नियम कायदों को दरकिनार करते हुए तत्कालीन रेंजर पूर्णिमा राजपूत ने किया था ।

 डी एफ ओ बदला लेकिन रवैया नहीं , अबतक नही हुआ डब्ल्यू बी एम सड़क की जांच

0 निर्देश के बावजूद जांच नही

कवर्धा डी एन योगी कबीर क्रांति

कवर्धा, कबीरधाम वन मंडल के अधीनस्थ पंडरिया उप वन मंडल के पंडरिया पूर्व परिक्षेत्र में एक वर्ष पूर्व डब्ल्यू बी एम सड़क का निर्माण किया गया था जिसमे सारे नियम कायदों को दरकिनार करते हुए तत्कालीन रेंजर पूर्णिमा राजपूत ने किया था । निर्माणाधीन सड़क के गुणवत्ता को लेकर स्थानीय लोगों के अलावा जनप्रतिनिधियों ने भी विरोध किया था और जांच के लिए तरह तरह का पत्र व्यवहार किया गया शासन ने जांच के निर्देष भी दिए लेकिन विभागीय अधिकारियों ने जांच करने के बजाए उसे पदोन्नत कर दिया जिसको लेकर तरह तरह का चर्चाएं लगातार हो रहा है। सड़क निर्माण के समय जो भी अधिकारी कर्मचारियों की पदस्थापना था सभी का स्थानांतरण हो गया है वर्तमान में तेज तर्रार डी एफ ओ है जिनसे लोगो को जांच की उम्मीद है लेकिन उन्होंने भी अबतक कोई कार्यवाही नहीं किया । अब लोगो का सब्र टूटने लगा है।

अधिकारी बदला लेकिन विभाग का रवैया नहीं

कबीरधाम जिला में भ्रष्टाचार करो और प्रमोशन पाओ अभियान की शुरुआत पूर्ववर्तीय सरकार से हुआ है । तत्कालीन छत्तीसगढ प्रदेश के तेज तर्रार और कवर्धा विधान सभा के विधायक मोहम्मद अकबर के निर्वाचन जिले में वन विभाग अधिकारियों के द्वारा सरकारी धन का खुला बंदरबाट करते हुए घटिया निर्माण कार्य को अंजाम दे दिए थे । गुणवताहीन निर्माण कार्य कराने वाले अधिकारी को दंडित करने के बजाए पदोन्नत किया गया है।वन मंडल कबीरधाम के अंतर्गत वन परिक्षेत्र पंडरिया पूर्व में करोड़ों की लागत से डब्लू बी एम सड़क का निर्माण डालामौहा के पास किया गया है जिसमे गुणवत्ता को दरकिनार किया गया था। जिसके चलते मानसून आगमन के पानी पर ही धरासाई हो गया । करोड़ो की लागत वाले सड़क को महज लाखो रुपए खर्च कर बना दिया । हाल ही में एक माह पहले पुनः मुरूम डालकर लिपा पोती किया गया । उक्त सड़क को देखने से डब्ल्यू बी एम की तरह नही बल्कि मिट्टी मुरूम की सड़क दिखाई दे रहा है। उक्त सड़क पर बिछाए गए मुरूम की जानकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी को भी नही है । पूर्व में घटिया निर्माण कार्य कराने वाले महिला परिक्षेत्र अधिकारी के कार्यों का जांच कराने के बजाए पदोन्नत कर दिया गया जो जन मानस में चर्चा का विषय बना हुआ है साथ ही विभाग का बदनामी भी हो रहा है। निर्माण के समय जितने भी अधिकारी थे सभी का स्थानांतरण हो गया लेकिन वर्तमान में पदस्थ अधिकारी भी जांच में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

निर्माण कार्य से संबंधित नियमों का पालन नहीं

निर्माण एजेंसी वन परिक्षेत्र अधिकारी को सरकारी राशि का सदुपयोग करने के बजाए दुरुपयोग करने में कोई डर भय नही लगा और सारी नियम कायदों को ताक में रखकर अपने तरीके से कार्य को सम्पन्न कराया , पंडरिया पूर्व वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम डालामौहा के पास मेन रोड से आगे लगभग सात किलोमीटर डब्ल्यू बी एम सड़क का निर्माण किया गया है । जिसमे मिट्टी , मुरूम और गिट्टी को निर्माण के लिए आवश्यक मात्रा के अनुरूप नहीं डाला गया । विभाग द्वारा निर्मित डब्लू बी एम सड़क को देखने से ही स्पस्ट दिखाई दे रहा है । यदि जिम्मेदार के द्वारा सड़क निर्माण के लिए बनाए गए प्राकलन के अनुरूप निर्माण कार्य किया हुआ होता तो कार्य में गुणवत्ता दिखाई देता । जो नही हुआ है । उक्त डब्ल्यू बी एम सड़क में करोड़ो रुपए सरकारी खजाना से लूट लिया गया और आज उसका कौड़ी के उपयोग में नही है ।

पहली बरसात में जर्जर,अब की पूरी तरह होगी खत्म

वन मंडल कबीरधाम हमेशा सुर्खियों में रहता है कभी निर्माण को लेकर तो कभी वनों की सुरक्षा को लेकर। उप वन मंडल पंडरिया में विगत तीन सालो में जितना भी निर्माण और विकास कार्य विभाग के द्वारा कराया गया है उसकी जांच करने से तरह तरह की अनियमितताएं दिखाई देगा। वन परिक्षेत पंडरिया (पूर्व) में डालामौहा के समीप बनाए गए डब्ल्यू बी एम सड़क बनाया गया है जो सड़क पहली बरसात में ही धराशाई होता दिखाई दिया । ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण के समय विरोध भी किया गया लेकिन किसी की भी नही सुनी जिसका परिणाम ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है हाल ही में उक्त सड़क पर मुरूम डालकर रोड में लिपा पोती किया गया है जिसकी जानकारी परीक्षेत्र अधिकारी को नही है । परिक्षेत्र अधिकारी से मुरूम बिछाई के बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने जानकारी नहीं होने का गोल गोल जवाब दे दिया आखिर उक्त सड़क पर लाखो रुपए की मुरूम की बिछाई कौन और किसके निर्देशन पर किया गया । जो गंभीर जांच का विषय है ।

जांच के बजाए किया पदोन्नति

सरकारी संपत्ति को अपनी संपत्ति मानकर उसका उपयोग करना चाहिए यह कहावत कबीरधाम वन मंडल के पंडरिया वन विभाग में चरितार्थ होता दिखाई दिया । जहा पदस्थ वन परिक्षेत्र अधिकारी ने जन हित को लेकर सरकारी राशि स्वीकृत हुआ है उसे मनमानी पूर्व नियम कायदों को ताक में रखकर डब्ल्यू बी एम सड़क बनाया । वन परिक्षेत्र पंडरिया पूर्व में गुणवत्ताहीन कार्य कराने वाले महीला अधिकारी पदोन्नत हो गए जो लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है। विभागीय अधिकारियों ने उनकी कार्यों को जांच करने के बजाए कार्य मुक्त भी कर दिए जबकि इनके द्वारा कराए गए निर्माण कार्य की जांच करने के बाद ही इन्हें कार्य मुक्त किया जाना था।

लाखो खर्च बावजूद उपयोगिता नही

वन मंडल कबीरधाम के पंडरिया वन परिक्षेत्र पूर्व में सात किलोमीटर की डब्ल्यू बी एम सड़क बनाया गया है। सड़क बनने से लोगो को जंजाल बनाकर रह गया है। जगह जगह पर गड्डे हो गए है । नाला में रपटा और पुलिया नही बना है जिसके कारण आवाजाही में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि जब सड़क निर्माण नही हुआ तो आसानी से सड़क पर निस्तारी किया करते थे लेकिन अब बहुत परेशानी हो रहा है । कई जगहों पर बड़े बड़े गड्डे हो गए है जब तक पुल पुलिया नही बनेगा तब तक कोई उपयोग नहीं है ।

आंदोलन की तैयारी

लाखो की सड़क निर्माण में गुणवत्ता को किनारे किया है जिसके चलते अनुपयोगी दिखाई देता है। जनवरी में दिशा समिति की बैठक में जांच के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था लेकिन आज तक केवल जांच समिती ही गठित कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर विभाग मौन हो गया है । जिला स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य चंद्र कुमार सोनी ने बताया कि घटिया सड़क निर्माण के लिए सांसद ने कलेक्टर को जांच के निर्देश दिए थे बावजूद अब तक किसी प्रकार का जांच करना कई प्रकार के संदेह के दायरे में आता है वही ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्दी जांच नही होगा तो उग्र आंदोलन किया जाएगा क्योंकि पहली बरसात में क्षति ग्रस्त हुआ है इस बार की बरसात में न तो सड़क बचेगा न गिट्टी।

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