कवर्धा

चुकी गत् 12 माह से कॉलेज हेतु भूमि का चयन किया जा रहा है किन्तु अभी तक उपलब्ध नहीं हो पायी |

जिले वासियों का पुराना अनुभव है कि यहाँ जिला अस्पताल घोषित होने से 20 साल बाद भी वह पूर्ण सेवाये नहीं दे पा रहे है और आज भी रिफ़र अस्पताल कहलाता है |

कवर्धा जिला रेडक्रास सोसाईटी के सदस्य एवं वरिष्ठ पत्रकार बृजलाल अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक एवं केबिनेट मंत्री मो. अकबर भाई धन्यवाद के पात्र है, जिनके प्रयास से जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली प्रदेश में 3 मेडिकल कॉलेज कांकेर, कोरबा एवं महासमुंद जिला प्रारंभ हो चुका है अतः अब यहाँ भी आवश्यकता है शीघ्र प्रारंभ किए जाने की |

चुकी गत् 12 माह से कॉलेज हेतु भूमि का चयन किया जा रहा है किन्तु अभी तक उपलब्ध नहीं हो पायी |

जिले वासियों का पुराना अनुभव है कि यहाँ जिला अस्पताल घोषित होने से 20 साल बाद भी वह पूर्ण सेवाये नहीं दे पा रहे है और आज भी रिफ़र अस्पताल कहलाता है |

कवर्धा मेडिकल कॉलेज हेतु 50 करोड़ बजट में आने के बावजूद अब यह विधायक की सक्रियता होगी कि वह कितनी जल्दी कवर्धा में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ कर सकते है, पूरे प्रदेश में चिकित्सा विशेषज्ञों की 20 वर्षों से कमी महसूस की जा रही है ऐसी स्थिति में चिकित्सक की आउट सोर्सिंग करना चाहिए | या किसी अन्य संस्थान को सौप दे ताकि इलाज सर्व-सुलभ हो एवं सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज हो सके |

ज्ञातव्य है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 39 ( सी ) 41 एवं 43 को यदि अनुच्छेद 21 को जोड़कर पढ़ा जावे तो स्वास्थ एवं चिकित्सा का अधिकार देश में प्रत्येक नागरिक को है किन्तु जिले के निवासी इस अधिकार से वंचित है | राजस्थान की सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत् जनता को चिकित्सा का अधिकार दे दिया किन्तु हम आज तक वंचित है |

ताजा जानकारी के अनुसार कबीरधाम जिले के जिला अस्पताल में 70 एक्सपर्ट में केवल 25 डॉक्टर ही है | उमने भी कुछ काम से अनुपस्थित हो जाते है |

अतः श्री अग्रवाल ने पुनः क्षेत्रीय विधायक एवं केबिनेट मंत्री मो. अकबर से अनुरोध किया है | जिला अस्पताल में पूर्ण आवश्यक डॉक्टरों की भर्ती एवं कॉलेज प्रारंभ करे |

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