आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीयन हेतु वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी*
पंजीयन नंबर के माध्यम से देश के किसी भी राज्य में करा सकते हैं निःशुल्क उपचार
कवर्धा। देश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना आरम्भ किया गया। इसके तहत सामाजिक, आर्थिक व जातिय जनगणना 2011 के अनुसार चयनित परिवारों को 5 लाख तक व अन्य परिवारों को 50 हजार तक उपचार शुल्क सरकार द्वारा मुहैया कराया जा रहा है। पूर्व में बनाये गए स्मार्ट कार्ड को और अधिक अपडेट कर कार्ड रखने के झंझट से भी जनता को छुटकारा दिया जा रहा है, क्योकि इसके पूर्व किसी को यदि कोई स्वास्थ्यगत एमरजेंसी हो जाती तो निःशुल्क उपचार हेतु स्मार्टकार्ड अनिवार्य था, इसकी अनुपलब्धता होने पर कैश में इलाज कराने की मजबूरी बनी हुई थी। अब ऐसा नही है, आपने यदि अपने
पुराने स्मार्ट कार्ड को आयुष्मान भारत के तहत पंजीयन करा लिया है तो अब आपको उस पंजीयन नंबर के आधार पर इलाज लाभ मिल जाएगा। यदि आपको अपना उक्त पंजीयन नम्बर याद नही तब भी पंजीयन हेतु रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड नम्बर अथवा राशन कार्ड नम्बर अस्पताल के ऑपरेटर को बताने से वह आपका आयुष्मान पंजीयन नंबर ट्रेस कर लेगा और आपको निःशुल्क उपचार का लाभ मिल जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश कुमार तिवारी ने इस सम्बंध में अधिक विस्तार से बताया कि वर्तमान में जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा में रजिस्टर्ड 207507 परिवारों में से 40330 परिवारों ने आयुष्मान भारत के लिए वेरिफिकेशन करा लिया है, शेष परिवारों का वेरिफिकेशन जारी है। उन्होंने सभी परिवारों से जल्द अपना वेरिफिकेशन कराकर इसका लाभ लेने की अपील की है।
*कैसे कराएं वेरिफिकेशन*
डॉ तिवारी ने बताया कि अपने पुराने स्मार्ट कार्ड का आयुष्मान भारत के लिए वेरिफिकेशन कराने हेतु जिले के समस्त 24 पीएचसी, 6 सीएचसी, जिला अस्पताल समेत जिले के रेडियेन्स हॉस्पिटल, गोराज चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल, मेघ क्लिनिक, स्नेहा क्लिनिक, प्रभा नर्सिंग होम, परिहार हॉस्पिटल, रूप जीवन हॉस्पिटल, चन्द्रायन हेल्थ केयर एवं सूर्या नेत्रालय में जाकर वेरिफिकेशन कराया जा सकता है। यहां 2013 के बाद का स्मार्ट कार्ड, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, राशन कार्ड लेकर जाना अनिवार्य है। इन्ही नंबर्स को ऑपरेटर द्वारा वेरिफाई कर दिया जाएगा, पंजीयन नंबर भूलने की स्थिति में इन्ही नंबर्स में से किसी एक नम्बर के सहारे पंजीयन नंबर प्राप्त किया जा सकेगा। डॉ तिवारी ने बताया कि इस पंजीयन नंबर के माध्यम से देश के किसी भी राज्य में सरकारी अथवा चिन्हांकित निजी अस्पतालों में निःशुल्क उपचार कराय जा सकता है।
: नही करती है स्मार्ट कार्ड से ईलाज कवर्धा के अधिकांश हास्पिटल