दिल्ली

 क्या सचमुच में टल गया छत्तीसगढ़ में सत्ता का संघर्ष..? जानें, सियासी पर्दे के पीछे की कहानी..

 क्या सचमुच में टल गया छत्तीसगढ़ में सत्ता का संघर्ष..? जानें, सियासी पर्दे के पीछे की कहानी..
 दिल्ली दरबार में सीएम भूपेश बघेल के रणनीतिकारों की गजब का होमवर्क से कुछ समय के लिए राहत तो जरूर मिल गई है। वही दूसरी तरफ अब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सीएम भूपेश के आमंत्रण पर छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे है। लेकिन अचानक इस प्रस्ताव को लाने का क्या मकसद है, यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा है। इसके बावजूद अब भी कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाए है। दूसरी और अभी भी लाख प्रयास के बावजूद भी ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री फार्मूले पर पूरी तरह स्थिति साफ नहीं है।
 छत्तीसगढ़ में सत्ता का संघर्ष फिलहाल कुछ दिनों के लिए टल गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों का जायजा और समाज के अलग- अलग वर्गों से चर्चा के बाद कांग्रेस आलाकमान आगेकी रणनीति बनाएगा।
: सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा के हस्तक्षेप के बाद राहुल गांधी नेतत्काल कोई फैसला लेने का निर्णय टाल दिया है। अब राहुल गांधी छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे। दरअसल, कांग्रेस विधायकों का दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन और प्रदेशप्रभारी पीएल पुनिया को यह संदेश देनाकि अगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बदला जाता है, तो अगला चुनाव जीतने में मुश्किल आ सकती है।
 सीएम की कोर टीम ने तय किया कि अपने विधायकों को लेकर दिल्ली जाएंगे और राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। जब विधायक दिल्ली पहुंचे तो आलाकमान ने मुलाकात से साफ इन्कार कर दिया। लेकिन विधायकों से राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की कांग्रेस मुख्यालय में विस्तार से चर्चा की। यह सारी रणनीति सफल रही। जिसके परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ में सत्ता का संघर्ष फिलहाल कुछ दिनों के लिए टल गया है।

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