कवर्धा

धान खरीदी की चैपट व्यवस्था, किसानों की परेशानी और वादाखिलाफी को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोलकर भाजपा ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी

धान खरीदी की चैपट व्यवस्था, किसानों की परेशानी और वादाखिलाफी को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोलकर भाजपा ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी

वादा पूरा करें भूपेश नहीं तो सवाल तो पूछे जाएंगे – अभिषेक सिंह

कवर्धा,  भारतीय जनता पार्टी ने धान खरीदी की चैपट कर दी गई व्यवस्था, किसानों की परेशानी और वादाखिलाफी को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। शुक्रवार को कवर्धा में इन मुद्दों को लेकर भाजपा ने जिला स्तर पर धरना-प्रदर्शन देकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया और प्रदेश सरकार की विफलता, किसानों की आत्महत्या, रकबा कटौती, गिरदावरी, पिछले वर्ष खरीदे गए धान के लंबित भुगतान, प्रदेश सरकार द्वारा बारदाना को लेकर किए जा रहे सियासी प्रलाप, वादाखिलाफी, किसानों को जबरन परेशान किए जाने जैसे अनेक मुद्दों पर प्रदेश सरकार पर हमला बोलकर पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, अशोक साहू, रामकुमार भट्ट सहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी ।

कवर्धा में हजारों की संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और किसान भाई धरना स्थल भारतमाता प्रतिमा के पास अंबेडकर चैक में दोपहर 01 बजे एकत्रित हुए और किसान विरोधी, किसानों का अहित करने वाली, किसानों को छलने व लगातार ठगने वाली छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। धरना स्थल में विशाल जन सैलाब प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आक्रोशित दिखा।

पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने धरना प्रदर्शन में एकत्रित विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी भूपेश बघेल सरकार को नींद से जगाने एकत्रित हुए थे परन्तु इस विशाल जन समूह ने बघेल सरकार की नींद उड़ा दी है। भाजपा जब सड़क पर उतरी है तो प्रदेश सरकार के मंत्री सफाई देते फिर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार ने प्रदेश के किसानों के पीठ में छुरा घोपने का काम किया हैं। उन्होने कहा कि किसानों के प्रति प्रदेश सरकार ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दी हैं। किसानों का पूरा धान खरीदने से बचने के नीत-नए बहाने करके षड्यंत्रों का जाल बुन रही प्रदेश सरकार ने पिछले दो साल में सिर्फ अपने किसान-विरोधी चरित्र का ही परिचय दिया है। प्रदेश के किसानों को पिछले वर्ष बेचे गए धान की कीमत की अंतर राशि की चैथी किश्त अब तक प्रदेश सरकार ने नहीं दी है। श्री सिंह ने कहा कि रकबा कटौती और गिरदावरी के प्रदेश सरकार के तुगलकी फरमान के चलते प्रदेश के किसानों को आत्महत्या के लिए विवश होना पड़ा है। इस साल सरकार जो धान खरीद रही है, उसका भुगतान भी पखवाड़े और लगभग माहभर बीत जाने के बाद भी किसानों के खाते में जमा नहीं हो रहा है। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने तंज कसा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कहते हैं कि जिस राज्य में किसान आत्महत्या करता है वहाँ की सरकार निकम्मी है पर दिल्ली में किसानों के आंदोलन की आड़ में झूठ और नफरत की सियासत कर रहे राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ के किसानों की सुध लेने की फुर्सत तक नहीं है। आज प्रदेश के गाँवों में आक्रोश फैल रहा है और किसानों के साथ खड़ी होकर उनका संबल बढ़ाने आज भाजपा आंदोलन कर रही है। उन्होंने कहा कि मंडी टैक्स बढ़ाने वाली भूपेश सरकार को 9 हजार करोड़ का हिसाब देना होगा। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हम बोरे की व्यवस्था करने को कहते है तो वे कहते है रमन सिंह जाने, मोदी जी जाने अरे भूपेश जी आप काहे के लिए हो? आप क्या कर रहे हो? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल करने पर उनकी किसान विरोधी नीतियों को उजागर करने पर वे हम पर सवाल उठाते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी 15 साल के भाजपा के कार्यकाल में शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर किसानों को ऋण देने का काम हुआ, एक रुपए किलों में चावल, 5 लाख पम्प किसानों तक पहुंचा, आज आपकी किसान विरोधी नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ के किसान भाई परेशान है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं और आप अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे है। भारतीय जनता पार्टी आज कलेक्ट्रेट का घेराव कर रही है परन्तु यदि भूपेश सरकार की किसान विरोधी नीतियां बंद नहीं हुई तो हम आने वाले समय में उनका घर से निकलना मुश्किल कर देंगे। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ से किसान विरोधी भूपेश बघेल सरकार को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ आज हमने इस प्रदर्शन के माध्यम से आगाज किया है और 2023 में हम कांग्रेस को उखाड़ फेंकेंगे।
जिला भाजपा अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की लचर व्यवस्थाओं और नीतियों के चलते प्रदेश का किसान परेशान है। धान खरीदी से लेकर बारदाने की व्यवस्था तक कर पाने में प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से विफल है। यह केवल बहाना बनाने वाली और जिम्मेदारियों से भागने वाली सरकार है। प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे है और दुर्भाग्यजनक तो यह है कि यह सरकार किसान परिवार पर लांछन लगा रही है। उन्होने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ खुली धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एक तरफ दिल्ली के किसान आंदोलन को लेकर कपटपूर्ण सियासी चरित्र का परिचय दे रहे हैं, जबकि प्रदेश के किसानों का पूरा धान खरीदने का अपना वादा खुद ही पूरा नहीं कर रहे हैं। बारदाना के नाम पर किसानों के साथ छलावा करके प्रदेश की भूपेश सरकार किसानों का धान कम मात्रा में खरीदने की साजिश करके अपने पैसे बचाने में लगी है। उन्होने धान खरीदी में प्रदेश को निकम्मी बताते हुए कहा कि प्रदेस सरकार के सनकभरे नित-नए आदेशों ने किसानों को न केवल प्रताड़ित कर रखा है, अपितु प्रदेश सरकार की बदनीयती और कुनीतियों के चलते अब प्रदेश के किसान अपनी उपज औने-पौने बेचने के लिए विवश हैं।

धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी ने कहा कि भाजपा का जन्म विपक्ष में हुआ है और वह अपनी भूमिका का निर्वहन भली-भाँति कर रही है, लेकिन प्रदेश सरकार ने सत्ता के लिए जो कसमें खाईं थीं, जो वादे प्रदेश कीजनता और किसानों से किए थे, उन्हें पूरा करने में वह बुरी तरह विफल रही है। श्री चंद्रवंशी ने कहा कि दरअसल सरकार का पेट और जेब दारू से भर रहा है, तो ये किसानों की चिंता क्यों करेंगे? प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर तमाम कांग्रेस नेता वादाखिलाफी, छलावा, धोखाधड़ी खुद कर रहे हैं और अनर्गल प्रलाप कर दोष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मढ़ने की शर्मनाक हरकतें कर रहे हैं। गिरदावरी और पिछले वर्ष के 13सौ करोड़ रुपए मूल्य का धान सड़ा देने पर कटाक्ष करते हुए श्री चंद्रवंशी ने कहा कि चावल जमा करने के नाम पर भी प्रदेश सरकार लगातार झूठ बोलकर किसानों और प्रदेश को गुमराह करने में लगी है।

भाजपा के प्रदेश मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि आज इस विशाल जन समूह को देखकर छत्तीसगढ़ की किसान विरोधी कांग्रेस की सरकार को घबराहट हो रही है। भय सता रहा है। हर मोर्चे पर विफल हो चुकी सरकार के पास बहानेबाजी करने और अपने जिम्मेदारियों से भागने, मुंह छिपाने के अलावा कोई काम नहीं रह गया है। विस चुनाव के दौरान तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया था कि किसान के धान का दाना-दाना खरीदेंगे। अब कांग्रेस के लोग बताएँ कि उनके नेता राहुल गांधी और 15 क्विंटल धान खरीदने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल में किसकी जुबान की ज्यादा कीमत है? अपनी विफलताओं, वादाखिलाफी और धान खरीदी में सियासी नौटंकियाँ करने वाले कांग्रेस के सत्ताधीश दो साल में ही अपना मानसिक संतुलन खोकर अनुचित शब्दों का प्रयोग करने लगे हैं।

एफसीआई में चावल जमा करने के नाम पर की जा रही सियासत पर हमला बोलते हुए पूर्व विधायक अशोक साहू ने कहा कि यह प्रदेश सरकार का नाकारापन है कि वह तीन-तीन बार अनुमति लेकर और मियाद बढ़वाकर भी अपने हिस्से का 24 लाख मीटरिक टन चावल एफसीआई में जमा नहीं करा पाई, क्योंकि उसने पिछले वर्ष के खरीदे गए धान की कस्टम मिलिंग पर ध्यान ही नहीं दिया। अब प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण और लाॅकडाउन की आड़ लेकर अपने नाकारापन को ढँकने का शर्मनाक प्रयास कर रही है जबकि उसी कोरोना संक्रमण और लाॅकडाउन की अवधि में प्रदेश सरकार शराब की कोचियागिरी और दलाली कर कोरोना और लाॅकडाउन की गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाने में मशगूल थी।

भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार भट्ट ने कहा कि हम सभी आज प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ गिरफ्तारी देने आए हैं। प्रदेश सरकार को बहानेबाजी छोड़कर अपने जिम्मेदारियों से भागने के बजाय अपनी किसान विरोधी नीतियों पर अंकुश लगाते हुए बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए, धान खरीदी की मियाद बढ़ाये सरकार, किसानों को तीन दिन के अंदर धान का भुगतान करें, रकबा कटौती बंद कर काटे गए रकबे को जोड़े, दो साल का धान का बोनस दे सरकार, वनाधिकार पट्टा प्राप्त वनवासियों का धान खरीदी करें और धान खरीदी में अव्यवस्था के कारण आत्महत्या करने वाले किसान के परिवारों को 25 लाख रुपए की सहायता राशि दें सरकार।

इस दौरान भाजपा जिलामहामंत्री विरेन्द्र साहू, क्रांती गुप्ता, कोषाध्यक्ष अजीत चंद्रवंशी, जिलाउपाध्यक्ष संतोष पटेल, शिवनाथ वर्मा, जिलामंत्री दुर्गेश ठाकुर, सुरेश दुबे, रोशन दुबे, ओम यदू, बसंत नामदेव, जिलापंचायत सदस्य रामकृष्ण साहू, अजजा मोर्चा अध्यक्ष संतराम धुर्वे सहित बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और जिले के किसान साथी उपस्थित रहे।

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