बालोद

कथित पत्रकार राहुल और रवि भूतड़ा के खिलाफ थाने में हुआ अपराध पंजीबद्ध, पत्रकारिता की आड़ में भोले भाले लोगों से कर रहे थे शोषण

  1. कथित पत्रकार राहुल और रवि भूतड़ा के खिलाफ थाने में हुआ अपराध पंजीबद्ध, पत्रकारिता की आड़ में भोले भाले लोगों से कर रहे थे शोषण

प्रदेश स्तर का बड़ा मामला करोड़ों का है घोटाला

अनीश राजपूत,कबीर क्रांति

बालोद-जिले के कथित पत्रकार करहीभदर निवासी राहुल भूतड़ा और रवि भूतड़ा पिता सोहन भूतड़ा निवासी बाजार पारा करहीभदर के विरुद्ध थाना बालोद में धारा 294 34 420 व 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है एक अन्य मामले में आदिवासी अत्याचार निवारण अधिनियम धारा 3(1)(ध) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है मामला कुछ इस तरह है कि दोनों भाइयों द्वारा बीते लंबे समय से पत्रकारिता की आड़ में भोले भाले लोगों के साथ ठगी किया जा रहा था 2 साल पूर्व भी इसी तरह के मामले में अपराधी राहुल भूतड़ा को जेल जाना पड़ा था जहां मामले में सेटलमेंट के बाद उसे जमानत मिली थी जमानत से वापस आने के बाद भी आरोपी द्वारा पुनः इसी तरह का रवैया अपनाया गया।
मामले में हरिदास निवासी ग्राम भैंसबोड़ से पटवारी की नौकरी लगाने के नाम पर 7 लाख रुपए लिए गए थे इसी तरह उसी गांव के ईश्वर राम निषाद पिता गैंदलाल निषाद से सहायक ग्रेड 3 में नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख 50 हजार रुपए लिए हुए थे एक अन्य मामले में उसी गांव के सुभाष चंद्र आलेंद्र पिता गोपाल आलेंद्र से छात्रावास अधीक्षक के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 5 लाख रुपए लिए गए थे इसी तरह के मामले में भुज लाल चुरेंद्र से ढाई लाख रुपए भृत्य पद पर नौकरी लगाने के नाम पर और देवेंद्र कुमार से 2 लाख 20 हजार और देवेंद्र कुमार से 2 लाख 30 हजार घसीया राम से 2 लाख 20 हजार इस तरह कुल 6 लाख 70 हजार रुपए। एक गांव के इन सभी पीड़ितों की राशि की बात की जाए तो 23 लाख 20000 रुपए होता है यह एक मामला नहीं है बल्कि इस तरह के अन्य और मामले हैं जो कि इन के दबाव के कारण बाहर नहीं आ पा रहे है।

पत्रकारिता की आड़ लेकर धमकाते रहे

पीड़ितों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों भाई इन्हें लगभग 3 साल से घुमाते रहे और पत्रकारिता का धौस दिखाकर धमकाते भी रहे भोले-भाले आदिवासियों को नौकरी लगाने के नाम पर इन दोनों भाइयों द्वारा ठगी किया गया है जिसके बाद से अब अन्य पीड़ित लोगों के भी कान खड़े हो चुके हैं जल्द ही इस मामले में अन्य पीड़ित लोग भी सामने आ सकते हैं।

प्रदेश स्तर का मामला

पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार उक्त दोनों भाइयों का कारनामा काफी बड़ा है यदि मामले की अच्छे से पड़ताल की जाए तो यह प्रदेश स्तर का सबसे बड़ा मामला निकल सकता है जहां करोड़ों रुपए की ठगी नौकरी लगाने के नाम पर की गई हो परंतु यह लोग पुलिस विभाग सहित प्रशासन के बड़े लोगों को अपना करीबी बताकर इस तरह ठगी को अंजाम देते आए हैं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ अपनी तस्वीर को दिखाते हुए खुद को उनका बेहद करीबी बताया करते थे इसके साथ ही पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप को भी करीबी बताकर आदिवासी विभाग और शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की जाती रही है।

चेक पकडाकर बहलाते रहे

जितने पीड़ित इस मामले से जुड़े हुए हैं वे सभी शिकायत करने की बात करने पर आरोपियों द्वारा उन्हें बहलाने के लिए चेक दे कर घुमाया जाता था, इसी तरह के अन्य पुराने मामलों में 420 के तहत पंजीबद्ध अपराध में आरोपी राहुल भूतड़ा को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी जो मामले को आपसी राजीनामा के बहाने आज भी जमानत पर बाहर है मामला न्यायालय में विचारधीन है इतना होने के बावजूद इनकी आदत रुपये हड़पने एवं गरीबो का शोषण करने में कमी नही आई अभी भी कई लोगो को कई बैंको के अपने एकाउंट का चेक दे कर बहलाने का कार्य किया जा रहा है जिसमे से कई पीड़ित अब सामने आने को तैयार है।

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