कवर्धादुर्ग

कवर्धा के ब्यापारी प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए अपना व्यापार करना चाहते है ऐसे में भी प्रशासन के द्वारा कोई सहूलियत नही मिलने से व्यापारी जगत में असंतोष है और मांग की गई है कि अब उन्हें भी रियायत दी जाए अन्यथा व्यापारीयों की कमर टूट जाएगी ,,,आकाश आहूजा

                                       कवर्धा,,आकाश आहूजा

डी, एन, योगी,कवर्धा,कोविड 19 के प्रकोप के कारण आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर शेष दुकाने लगभग सवा महीने से बंद है , कवर्धा के दुकानदार दुकान के बंद रहने को लेकर बेहद चिंतित है साथ दुकान के अंदर समान सही सलामत है या चोरों और चूहों ने कोई नुकसान किया है यह सोचकर भी व्यापारी बेहद परेशान है ।

चिंता के साथ कवर्धा के व्यापारियों में बेचैनी न्यूज़ पेपर और सोशल मीडिया ने पैदा की हुई है क्योंकि अलग अलग जिलों में जिलाधीश महोदय के द्वारा ग्रीन जोन में दुकान खोलने को लेकर काफी रियायतें दी गई है और ऑरेंज जोन वाले जिलों को भी काफी सहूलियतें प्रदान की गई है मगर सिर्फ कवर्धा जिला ही ऐसा जिला है जहां ग्रीन जोन होने के बावजूद लॉक डाउन में कई ट्रेड की दुकानों को खोलने का आदेश या अनुमति प्राप्त नही है । जबकि केंद्र सरकार ने ग्रीन जोन वाले जिलों को कुछ शर्तों के साथ दुकाने खोलने की सुविधा प्रदान की गई है।

कंफ्डरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने ईमेल और ट्विटर के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से मांग की है कि जिस तरह से अन्य जिले के दुकानदारों को सुविधा दी गई है उसी तरह कवर्धा जिले के दुकान, लघु उद्योग, को खोलने की अनुमति दी जाए। कवर्धा के व्यापारियो को ऐसा ना लगे प्रदेश में दी जा रही सुविधाओ से कवर्धा को वंचित रखा जा रहा है ।

कैट इकाई के एवं एजेंसी एसोसिएशन के अध्यक्ष आकाश आहूजा ने कहा है कि कवर्धा जिले में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नही है और ग्रीन जोन के अंतर्गत आता है , इसलिए दूसरे ग्रीन जोन वाले जिलों में जैसे सराफा, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन, सायकल, कपड़ा, जूता एवम छोटे उद्योगों को सशर्त खोलने की अनुमति दी गई है वैसे ही कवर्धा जिले में दी जाए

आश्चर्य की बात है कि एक ओर अधिकतर जिलों में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान खुली है और गर्मी के इस मौसम में लोगो को कूलर की आवश्यकता है और वहां के व्यापारी कूलर बेच रहे है और दूसरी ओर कवर्धा के इलेक्ट्रॉनिक व्यापारियों को सिर्फ बिजली के पंखे बेचने की अनुमति है कूलर बेचने की मनाही है ऐसे में व्यापारी जो सीजन में स्टॉक लेकर बैठा है वो कहाँ जाएगा ।

इसी तरह सभी ट्रेड के व्यापारी समस्याओं से गुजर रहे है । कोई दुकान के अंदर समानो की सुरक्षा को लेकर चिंतित है, कोई दुकान किराया को लेकर चिंतित है किसी को सप्लायर को पेमेंट देने की चिंता है, मध्यमवर्गी व्यापारियो को घर चलाना अब मुश्किल लगने लगा है शासन प्रशासन का इतना सहयोग करने के बाद अपनी दुकानें सवा महीने बन्द रखने के बाद अब व्यापारियों के चेहरे की रौनक फीकी पड़ रही है उनके माथो पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है।

ब एक ओर सभी व्यापारी प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए अपना व्यापार करना चाहते है ऐसे में भी प्रशासन के द्वारा कोई सहूलियत नही मिलने से व्यापारी जगत में असंतोष है और मांग की गई है कि अब उन्हें भी रियायत दी जाए अन्यथा व्यापारी की कमर टूट जाएगी ,,,

 आकाश आहूजा कवर्धा

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