कवर्धादुर्ग

बिजली की समस्याओं को लेकर पार्षद सहित आम लोग बैठे आमरण अनशन पर स्पॉट बिलिंग से हो रही भारी दिक्कतें। झोपड़ी में रहने वाले लोगों की 40 से 70 हजार तक आ रहा है बिजली बिल।

बिजली की समस्याओं को लेकर पार्षद सहित आम लोग बैठे आमरण अनशन पर

स्पॉट बिलिंग से हो रही भारी दिक्कतें।

झोपड़ी में रहने वाले लोगों की 40 से 70 हजार तक आ रहा है बिजली बिल।

बोड़ला। बिजली विभाग में व्याप्त भारी गड़बड़ियों व अनाप-शनाप स्पॉट रिडिंग को लेकर मंगलवार को आमरण अनशन की शुरुआत की गई है। यह अनशन तब तक चलेगी जब तक नगर के विभिन्न वार्डों में व्याप्त बिजली की समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता। वार्ड नंबर 1 के पार्षद ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में आहूत इस आमरण अनशन को आम लोगों का भी समर्थन मिल रहा है। मंगलवार सुबह 10 बजे से यह अनशन प्रारंभ हुआ। समस्याएं निसंदेह छोटी-छोटी है। पर उसका खामियाजा आम उपभोक्ताओं को बहुत बड़ा चुकाना पड़ रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए लोगों ने गांधी जी के द्वारा चलाए गए शांति और पूर्ण रूप से अहिंसा का मार्ग अपनाया गया है। बिजली ऑफिस के पास लगे पंडाल में लोग अपनी अपनी समस्याओं को लेकर आते रहे। क्रमशः उनकी समस्याओं के संबंध में विभाग के एई एमके जग नायक, जेई मुकेश लहरे व फीडबैक इन्फ्रा नागपुर के मैनेजर जो स्पारट्रेडिंग का ठेका लिया हुआ है। इनके द्वारा समस्याओं के निराकरण कराए जाने का आश्वासन भी दी गई है। हालांकि लोगों की समस्याओं का निराकरण करने में थोड़ी समय लगेगी ऐसा अधिकारियों का मानना है ।जिस पर पार्षद ओमप्रकाश शर्मा व आम लोगों ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि वे लिखित रूप से एक समय अवधि का आश्वासन दे। जिस अवधि में समस्याओं का निराकरण हो सके। जिससे बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल में गड़बड़ी अनाप-शनाप बिजली बिल से राहत मिल सके। आमरण अनशन के समर्थन में पार्षद हरी बंजारे, भरत गुप्ता,परेटन यादव, पूरन दास मानिकपुरी, अर्जुन पटेल सहित बुद्धिजीवी वर्ग,आम नागरिक सहित नगर के गणमान्य लोग भी शामिल हुए।

ये है समस्याएं
अरुणा वैष्णव एक छोटी सी झोपड़ी में रहती है। दिहाड़ी मजदूर है। बिजली बिल 41380 रुपए। दुकलहा राम दिहाड़ी मजदूर बिजली बिल 36180, बाला पटेल दिहाड़ी मजदूर 29 हजार, कुमार यादव दिहाड़ी मजदूर बिजली बिल 22 हजार ये चंद लोगों की जानकारी है। ना जाने ऐसे अनगिनत लोग हैं। जो सामने नहीं आ पाते और दबाव में बिजली बिल पटा ही रहे हैं। जिसके बोझ तले खुद दबे जा रहे हैं। परिवार का परिवरिश करना मुश्किल है लेकिन बिजली बिल पटाना जरूरी है।

ये है मांगे

आमरण अनशन पर बैठे लोगों ने आम लोगों की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझ कर विभाग से मांग रखी है। कि वह तत्काल स्पॉट बिलिंगको बंद कराएं ।विभाग से रीडिंग कराएं भारी भरकम लोगों की बिजली बिल को एक समझौते की तहत अदा कराएं। जिससे आम उपभोक्ताओं पर बोझ ना बने।

हर महीने नहीं देते बिजली बिल

बिजली बिल का जिम्मा शासन ने फीडबैक इंफ्रा नागपुर को दिया है ।जिनके द्वारा प्रत्येक माह स्पॉट रीडिंग कर उपभोक्ताओं को बिजली बिल देना है ।लेकिन ठेकेदार के रीडरों द्वारा 3 से 5 महीने के बीच 5 या 6 महीने का एक साथ रीडिंग किया जाता है। जिससे 40 से 50 हजार रुपए का बिल उपभोक्ताओं को थमा दिया जाता है। इसी का विरोध चाहे वह शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण लगातार हो रहा है।

समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है

असिस्टेंट इंजीनियर एमके जननायक ने अनशन में बैठे जनप्रतिनिधियों व आम लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है। कि वह विद्युत विभाग में व्याप्त समस्याओं का निराकरण शीघ्र ही करेंगे। यह उनकी प्राथमिकता में है ।श्री जगनायक ने कहा कि वह दिसंबर में बोड़ला ज्वाइन किए हैं। इस नाते वह नए हैं।आगामी अप्रैल तक समस्याओं का निराकरण हर संभव करेंगे।

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