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जगन्नाथपुर में दिवाली के 5 दिन जलेंगे बेटी के नाम से दीपक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम कर मनेगी दिवाली देवरी में इको फ्रेंडली दिवाली मनाने पर्यावरण प्रेमी 1000 दीए बांटकर लोगों को करेंगे जागरूक

जगन्नाथपुर में दिवाली के 5 दिन जलेंगे बेटी के नाम से दीपक
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम कर मनेगी दिवाली देवरी में इको फ्रेंडली दिवाली मनाने पर्यावरण प्रेमी 1000 दीए बांटकर लोगों को करेंगे जागरूक

बालोद,अनिश,राजपुुुत

,बालोद,जिले के इतिहास में 2 गांव में ऐसी अनूठी दिवाली मनने जा रही है, जिसकी कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी । यह दो गांव है जगन्नाथपुर और देवरी (मोहन्दीपाट)।जगन्नाथपुर में यादव परिवार की पहल से यहां

दिवाली के 5 दिन बेटी के नाम से हर आंगन में 5-5 दीपक जलेंगे तो देवरी में पर्यावरण प्रेमी भोज साहू द्वारा लोगों को 1000 निशुल्क दीपक बांटकर इको फ्रेंडली दिवाली मनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। दोनों ही गांव में इसकी तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। लोगों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रहे जगन्नाथपुर के दीपक यादव ने गांव के 115 घरों को पांच-पांच दीपक बांटने का निर्णय लिया है। दीया वितरण की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। ओरमा के कुंभकार भूपेंद्र कुमार ने दीया तैयार कर लिया है जिसे दिवाली के पहले ही लोगों के घरों में वितरित किया जाएगा। बता दें कि यह वही परिवार है जिन्होंने बेटी के जन्म उत्सव को एक मिसाल के तौर पर मनाया था। बेटी के नाम से ही नामकरण संस्कार का कार्ड जारी किया गया था। उसमें भी बेटी है तो कल है,

बेटियों का सम्मान करें, इन संदेशों के साथ लोगों को आमंत्रित किया गया था। नामकरण संस्कार के दिन भी इस पहल से प्रभावित होकर कई संस्था व समाज प्रमुख के लोग आयोजन का हिस्सा बने और बेटी के माता-पिता के साथ बेटी का सम्मान भी हुआ था। बेटी आने पर पहले प्रवेश में थाल सजाकर आरती की गई थी। लक्ष्मी स्वरुप बेटी का सम्मान कर लोगों को बेटी बेटा में फर्क दूर करने का प्रयास इस परिवार ने किया था। इस छोटे से प्रयास ने कई लोगों को प्रेरित किया और इस पहल को छत्तीसगढ़ स्तर तक पहुंचाने के लिए कुछ महीने पहले भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रांत अध्यक्ष जीआर बंजारे ज्वाला ने वैष्णवी के पिता दीपक यादव को डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेट अवार्ड से भी सम्मानित किया था। अब दिवाली के जरिए यह परिवार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर दूसरी पहल करने जा रही है। ताकि इस तरीके से लोगों को ज्यादा से ज्यादा बेटियों के प्रति नजरिया बदलने का प्रयास किया जा सके।
कई उद्देश्यों के साथ हो रहा है घर घर दीपक का वितरण
यादव परिवार की मुखिया मधु लता यादव ने कहा कि सिर्फ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर ही नहीं बल्कि कई उद्देश्यों के साथ घर-घर पांच-पांच दीपक का वितरण किया जाएगा। आज लोग फैंसी लाइफ जीने के लिए घरों में मिट्टी के दीपक के बजाय चायनीज लाइटों से सजाने का काम करते हैं। जबकि दीपक जलाना हमारी प्राचीन परंपरा है। यह कुम्हारों की आजीविका का एक बड़ा साधन है। इस पहल से लोगों को कुम्हारों के मिट्टी के दीए खरीदने के लिए प्रेरित किया जा रहा है तो वहीं लोगों को चाइनीज लाइटों का इस्तेमाल ना करने की अपील भी की जा रही है । आज बढ़ती आधुनिकता के दौर में कुम्हारों के जीवन में आर्थिक संकट नजर आता है। ऐसे में दिवाली उनकी फीकी रह जाती है। हमारी कोशिश है इस तरह से लोग उनसे मिट्टी के दीपक खरीदें और हर खास अवसर को और खास बनाने के लिए मिट्टी के दीपक जलाएं ।
बिटिया के नाम से जलेगा हर आंगन में पांच-पांच दीपक
वैष्णवी की मां माधुरी यादव ने कहा कि बिटिया के नाम से हर आंगन में पांच पांच दीपक जलेगा। यह पहल हर घर में जन्मी और जन्म ले चुकी बेटियों का सम्मान बढ़ाने के लिए की जा रही है। ताकि लोगों की सोच बदले और बेटी बेटा में फर्क दूर हो ।

इधर देवरी में इको फ्रेंडली दिवाली के लिए चलेगा जागरूकता अभियान
देवरी में पर्यावरण प्रेमी भोज साहू के प्रयास से इको फ्रेंडली दिवाली मनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ।पर्यावरण प्रेमी भोज साहू ने कहा कि चाइनीज हैलोजन लाइट जलाने से आंखों में संक्रमण होता है। इसकी वजह से कई घटनाएं जिले में पहले भी सामने आ चुकी है। लोगों को इससे सावधान करना है तो वहीं कुम्हारों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से लोगों को मिट्टी के दीपक जलाने के लिए भी प्रोत्साहित करना है। इसी कारण वे अपने गांव देवरी सहित डोंगर गांव में भी गरीब बस्ती में 1000 दीपक का निशुल्क वितरण करवा रहे हैं। लोगों को दीया वितरित करते समय इको फ्रेंडली दिवाली मनाने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। ऐसे पटाखों का इस्तेमाल हो जिससे प्रदूषण कम हो।

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