तीजा पर्व पर सियासी वार-पलटवार, भाजपा ने पूछा, डॉ. सिंह के तिजहारिनों को बधाई देने पर कांग्रेस नेताओं को पेटदर्द क्यों ?
तीजा पर्व पर सियासी वार-पलटवार, भाजपा ने पूछा, डॉ. सिंह के तिजहारिनों को बधाई देने पर कांग्रेस नेताओं को पेटदर्द क्यों ?
: रायपुर। छत्तीसगढ़ का लोक पर्व तीजा पर भी सिसायी जंग छिड़ गया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ी में तीजा पर्व माँ, बेटियों और बहनों को पत्र लिख कर बधाई दी थी। इस पर कांग्रेस ने रमन सिंह से पूछा था, कि 15 साल सत्ता में रहते पहले क्यों नहीं दी ? कांग्रेस के इसी सियासी वार पर अब भाजपा ने पलटवार किया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ के प्रमुख तीज पर्व पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने तिजहारिनों को पत्र लिखकर बधाई दी तो मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस नेताओं के पेट में मरोड़ क्यों उठ रहे हैं? डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ की आस्था और भावनाओं का हमेशा सम्मान किया है और तीज पर्व पर जारी तिजहारिनों को संबोधित पत्र भी छत्तीसगढ़ की संस्कृति का सम्मान है। लोक-आस्था के राजनीतिकरण का ओछापन भाजपा की संस्कृति नहीं रही है। अपने शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक परिवेश की गरिमा को बढ़ाने का काम किया। उन्होंने हर वर्ष प्रदेश के सभी पर्वों में निहित सामाजिक समरसता व सद्भावना के संदेश को लोगों तक पहुँचाया।
रमन के गोठ व अनेक माध्यमो से छत्तीसगढ़ी त्योहार परम्परा को महत्व दिया जाता रहा है । उनके ही शासनकाल में एक तरफ़ राजिम के मेले को देशव्यापी ख्याति मिली तो दूसरी तरफ़ सभी लोक पर्वों के आयोजन में प्रदेश सरकार की सहभागिता का उच्चतम मानदंड स्थापित हुआ।भाजपा सरकार के समय दुर्ग में ही छत्तीसगढ़ी सुआ नृत्य का वृहद आयोजन हुआ था जो एक रिकॉर्ड है : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष उसेंडी ने कहा ,कि मुख्यमंत्री बघेल हर जगह राजनीतिक नज़रिया रखने के रोग से ग्रस्त नज़र आने लगे हैं। नई-नई सत्ता मिलने के बाद मुख्यमंत्री जिस संकीर्ण राजनीतिक सोच के साथ काम करते दिखाई दे रहे हैं, उससे प्रदेश की सांस्कृतिक गरिमा और लोक-आस्था को क्षति ही पहुँच रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के पत्र के परिप्रेक्ष्य में सियासत का प्रदूषण फैला रहे कांग्रेस के नेता भाजपा को सीख देने के बजाय अपने नज़रिये को पहले साफ़-सुथरा करें।