कवर्धा

कलेक्टर ने वनांचल सहित मैदानी गांवों के धान केन्द्रों को औचक निरीक्षण किया

कलेक्टर ने वनांचल सहित मैदानी गांवों के धान केन्द्रों को औचक निरीक्षण किया

कलेक्टर ने धान खरीदी और उठाव में तेजी लाने के निर्देश दिए

कलेक्टर ने किसानों से बातचीत की, कहा- धान बेचने में किसी प्रकार भी परेशानी नहीं होनी चाहिए

कवर्धा । कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज जिले के वनांचल सहित मैदानी ग्रामों में खरीफ विपणन वर्ष 23-24 के धान उपार्जन केन्द्रों को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपार्जन केन्द्र वार पंजीकृत किसानों, गिरदावरी के अनुसार धान का रकबा, धान बेच चुके किसानों और ऋण वसूली सहित धान के उठाव की विस्तार से जानकारी ली। कलेक्टर श्री महोबे ने कवर्धा, बोडला और पंडरिया विकासखण्ड के रेंगाखारखुर्द, तरेगांव जंगल, कोदवागोडान, सराईसेत सहित अन्य धान खरीदी केन्दों का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने निरीक्षण करते हुए कहा कि किसी भी पंजीकृत किसानों को धान बेचने में कोई अनावश्यक परेशानी नहीं होनी चाहिए। धान के अवैध परिवहनों, धान के अवैध भण्डारण पर मॉनिटरिंग रखे और सतत रूप से जांच भी करें। कलेक्टर ने धान बेचने के आए किसानों के धान पंर्जी, उनके गिरदावरी रिपोर्ट का परीक्षण भी करे। किसानों के गिरदावरी रिर्पोट के आधार पर अब तक कुल कितने धान का विक्रय कर चुके है इसकी भी बारिकी से परीक्षण कराएं और अगर किसानों द्वारा उनके कुल उत्पादन का निर्धारित मात्रा के अनुसार खरीदी कर चुके है तो ऐसी स्थिति में शेष रकबा भी समर्पण कराए।
कलेक्टर श्री महोबे ने तरेगांव जंगल के धान उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण करते हुए वहां के सभी पंजीकृत किसानों की जानकारी ली। धान के आवक के आधार पर धान का उठाव पर विशेष जोर देने के निर्देश भी दिए। यहां बताया गया कि तरेगांव जंगल के उपार्जन केन्द्र में कुल 2149 पंजीकृत किसान है जिसमें 60 हजार 927 क्विंटल का धान की खरीदी कर ली गई है। वहीं 30 हजार 970 क्विंटल धान का उठाव कर लिया गया है। इसी प्रकार पंडरिया के कोदवागोडान उपार्जन केन्द्र में 66हजार 964 क्विंटल धान की खरीदी हो गई है। जिसमें से 23 हजार 610 क्विंटल धान का उठाव कर लिया गया है। यहां कुल पंजीकृत किसान 1079 है। किसानों से अब तक 2 करोड़ 90 लाख 1 हजार 40 रूपए की ऋण वसूली कर ली गई है।
कलेक्टर ने धान उपार्जन केन्दों का निरीक्षण करते हुए कहा कि धान खरीदी के शेष दिनों में सतर्कता के साथ पात्र किसानों के धान खरीदी, धान का उठाव और धान खरीदी केन्द्र में सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि धान खरीदी में किसी भी किसान को कोई असुविधा नही होनी चाहिए। सभी पात्र किसानों का धान खरीदना है। धान खरीदी के अंतिम दिनों में कोचिया बिचौलिया अधिक सक्रिय होते हैं। उन पर विशेष निगरानी रखी जाए। जिले के सीमावर्ती धान खरीदी केन्द्रों में अन्य राज्य का धान नहीं आना चाहिए। उन्होंने चेकपोस्ट पर अन्य राज्यों से आने-जाने वाली सभी वाहनों कड़ी निगरानी रखते हुए जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही चेक पोस्ट में सभी वाहनों की जानकारी भी रजिस्टर में संधारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के पहले उसका सत्यापन जरूर करें। गड़बड़ी करने वालो पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि किसान का पूरा धान विक्रय करने के बाद रकबा समर्पण का कार्य अभियान चला कर करें। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार नायब तहसीलदार को निर्देश देते हुए कहा कि कोई बाहर या अवैध रूप से धान लाता है उन पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि संवेदनशील धान खरीदी केन्द्रों में विशेष निगरानी रखने के जरूरत है। मंडी निरीक्षक, खाद्य निरीक्षक धान खरीदी केंद्रों में जाकर जांच करे। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व अधिकारी को कोचियों का औचक निरीक्षण कर जांच करने तथा गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समिति प्रबंधकों के कार्यों की भी लगातार निगरानी रखें। जहा गड़बड़ी की शिकायत मिलती है वहां कारवाई करे। उन्होंने कहा कि तहसीलदार, सहायक खाद्य अधिकारी, खाद्य निरीक्षक की टीम बनाए और 2 दिवस के भीतर सभी राइस मिलों का भी निरीक्षण कर स्टॉक की जांच करें। निरिक्षण के दौरान संबधित एसडीएम, उप संचालक कृषि सहित अन्य संबधित अधिकारी उपस्थित थे।

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