कवर्धा

कोविड के सामान्य स्थिति के बाद कबीरधाम जिले के पांच पोषण पुनर्वास केन्द्र फिर से शुरू

कोविड के सामान्य स्थिति के बाद कबीरधाम जिले के पांच पोषण पुनर्वास केन्द्र फिर से शुरू

बीस दिनों के भीतर पशुपालन विभाग के कर्मचारियों की हुई पदोन्नति

समय सीमा की बैठक में लंबित प्रकरणों पर हो त्वरित कार्यवाही

कवर्धा, ।डी एन योगी

कवर्धा,,,कुपोषण के खिलाफ जारी मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत संचालित अलग-अलग कार्यक्रम और योजनाओं का कबीरधाम जिले में बेहतर ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा के निर्देशानुसार कोविड संक्रमण दौर से बंद जिले के 6 पोषण पुनर्वास केन्द्र को पुनः शुरू की जा रही है। जिसमें से 5 पोषण पुनर्वास केन्द्र का संचालन कुपोषित बच्चों के लिए शुरू कर दिए गए है। शुरू किए गए पोषण पुर्नवास केन्द्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुकदूर, झलमला, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोडला, पंडरिया, और जिला अस्पताल शामिल है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री एस के मंडल ने यह जानकारी समय-सीमा की बैठक में दी।
कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले में संचालित सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में औसत से कम वजन वाले बच्चों के बेहतर उपचार के लिए भर्ती करना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि कोविड संक्रमण काल से जिले में संचालित सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों को संक्रमण से बचाने के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए थे। कोविड के सामान्य स्थिति होने के बाद अब जिले के सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों का संचालन पुनः शुरू किए जा रहे है। जिले में कुल छः पोषण पुनर्वास केन्द्र हैं, जिसमें कुल 60 बेड की व्यवस्था की गई है। पोषण पुनर्वास केंद्र सुविधा आधारित इकाई है। इन केन्द्रों में 5 वर्ष से कम व गंभीर रूप से कुपोषित बच्चो जिनमे चिकित्सकीय जटिलताएं हो उन्हें चिकित्सकिय व पोषण सुविधाएं प्रदान की जाती है। इसके अलावा बच्चो के माताओ या अन्य देखभालकर्ताओ को बच्चो के समग्र विकास के लिए आवश्यक देखभाल और खानपान सम्बंधित कौशल का प्रशिक्षण दिया जाता है। पोषण पुनर्वास केंद्र के प्रशिक्षित स्टाफ-मेडिकल ऑफिसर, स्टाफ नर्स, फीडिंग कम को नैदानिक व चिकित्सकीय प्रोटोकॉल में प्रशिक्षण प्रदाय किया जाता है। पोषण पुनर्वास केंद्र से डिस्चार्ज बाद बच्चे को अनुश्रवण करने के लिए मितानिनो को साथ ही बच्चों के साथ रहने वाले उनके माताओं को भी प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

समय सीमा की बैठक में 20 दिनों के भीतर पशु चिकित्सा कार्यालय में पदस्थ पांच कर्मचारियों को मिली पदोन्नति

कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा के निर्देश व उनके द्वारा लगातार समीक्षा के बाद पशु चिकित्सा सेवाएं कबीरधाम जिला कार्यालय में पदोन्नति के लंबित प्रकरणों का महज 20 दिनों के भीतर निराकरण करते हुए पदोन्नति सूची जारी कर दी गई है। कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में पशु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर उनके प्रगति की जानकारी ली। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने बताया कि विभाग में लंबित 5 कर्मचारियों की पदोन्नति सुची जारी कर दी गई है। पदोन्नत हुए कर्मचारियों में श्रीमती पुष्पा बंजारा, श्री तुकाराम, श्री चैनूराम निषाद, श्री डोंगरू राम पटेल व श्रीमती बिमला जोशी शामिल है। उल्लेखनीय है कि जिला परामर्श समिति की बैठक में प्राप्त इस आवेदन को कलेक्टर के निर्देश पर समय सीमा की बैठक में शामिल किया गया है। कलेक्टर द्वारा प्रत्येक सप्ताह नियमित रूप से इसकी समीक्षा की जा रही थी। उल्लेखनीय है कि समय सीमा की बैठक में राज्य शासन द्वारा योजनाओं, कार्यक्रमों के क्रियान्वयन तथा जनहित में जारी शासकीय व अर्द्धशासकीय पत्रों व जनसामान्य से प्राप्त आवेदनों को शामिल की जाती है तथा कलेक्टर द्वारा समय सीमा निर्धारित कर निराकरण व क्रियान्वित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाती है।

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