कवर्धादुर्ग

तेंदूपत्ता मेहनताना केस लेस होकर अकाउंट में डालना चाहिए पहाड़ सिहं कन्नौजे

ढबागली । आने वाले समय में तेंदूपत्ता संग्रहण किया जाएगा इससे जुड़े मजदूर परिवार सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पंजीकृत स्वीकृति लेकर जंगलों में जाकर पत्ता तोड़ने का काम करेंगे इसके बाद प्रति गड्डी के हिसाब से इनकी मेहनत राशि दी जाएगी । जिसे नगदी के रूप में ना देते हुए खातों में ट्रांसफर की जाए वर्तमान कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए यह प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को यह निर्णय लेना चाहिए। ताकि तेंदूपत्ता संग्रह करने वाले परिवार संक्रमण बीमारी से भी सुरक्षित रहें और राशि भी पूरी-पूरी उनके खाते में डल जाए जिसका वह जब चाहे जैसा उपयोग कर सकें पहले भी इसी प्रक्रिया के तहत राशि तेंदूपत्ता संग्रह करने वाले मजदूर के खाते में डाली जाती थी। और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी यही कहना है कि नगदी करण की बजाए अकाउंट पेमेंट होना चाहिए ताकि पारदर्शिता बनी रहे लेकिन विगत कमलनाथ सरकार में वन मंत्री रहे उमंग सिंगार इस राशि को नगद देने का फरमान जारी कर दिया था। जिसमें कई स्थानों पर विभाग द्वारा पारदर्शिता को दरकिनार करते हुए पूरी पूरी मजदूरी नहीं दी गई थी। और भी कई विसंगति सामने आई थी । जिसमें मजदूर संतुष्ट नहीं रहे वर्तमान में नगदी करण को लेकर संक्रमण फैलने का खतरा भी आरबीआई ने जारी किया है। ऐसे में कैशलेस व्यवस्था को सुचारू रूप से शुरू करके इसकी मेहनताना राशि संबंधित के खाते में डाली जाए उक्त बातें बागली विधायक पहाड़ सिहं कन्नौजे ने बताते हुए कहा कि समस्त मजदूरों को मास्क एवं सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया जाए। ताकि वह संक्रमण से बचे रहें उनके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए ताकि विपरीत परिस्थिति में उनके द्वारा मेडिकल संबंधी मदद ली जा सके मजदूरी पर जाने के पूर्व उनकी फिर से स्क्रीनिंग होना चाहिए ताकि वह भी सुरक्षित रहे और उनका परिवार भी।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में सबसे अधिक गुणवत्ता वाला तेंदूपत्ता खंडवा जिले एवं देवास जिले में निकलता है। इसकी मांग भी ठेकेदारों के बीच बहुत अधिक है । इसीलिए यहां बोनस भी अन्य क्षेत्रो की बजाय यहां के मजदूरों को अधिक मिलता है। विशेषकर बागली क्षेत्र में सबसे अधिक मजदूरी बटती है

Related Articles

Back to top button