कवर्धादुर्ग

किसानों ने गौठान के लिए 63 ट्रेक्टर ट्राली आहार दान कर पेश की अनोखी मिसाल अपने गौठान के लिए स्वेच्छा से गांव के किसानों ने किया पैरा दान

किसानों ने गौठान के लिए 63 ट्रेक्टर ट्राली आहार दान कर पेश की अनोखी मिसाल

अपने गौठान के लिए स्वेच्छा से गांव के किसानों ने किया पैरा दान

कवर्धा कबीरधाम जिले के बचेड़ी गांव के किसानों ने अपने गौठान के मवेशियों के लिए स्वेच्छा से आगे आकर 63 ट्रेक्टर ट्राली आहार पैरा दान कर एक नई मिसाल पेश की गई है। गांव के लगभग सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर पैरा दान किया जिससे गांव में बने गौठान के लिए साल भर चारे की व्यवस्था सहज रूप से उपलब्ध हो। बचेड़ी के छोटे से बड़े सभी किसानों ने अपने फसल कटाई के बाद रखे पैरे को गौठान में स्वयं लाकर दान किया। गांव के किसान खेलन ने 3 ट्रेक्टर ट्राली, गौकरण ने 3 ट्रेक्टर ट्राली, चेलम खोदरा गुरूजी द्वारा 10 ट्रेक्टर ट्राली, रामखेलावन द्वारा 6 ट्रेक्टर ट्राली, मां लक्ष्मी समूह बचेड़ी द्वारा 10 ट्रेक्टर ट्राली, अशोक चौहान पिता पुरूषोत्तम द्वारा 3 ट्रेक्टर ट्राली, दलीचन्द, तीजऊ, आजुराम, जगदीश नारद सहित बहुत से ग्रामीणों ने एक-एक ट्रेक्टर ट्रॉली में स्वंय से पैरा भरकर गौठान में लाकर दान किया। बचेड़ी की महिलाओं ने सामुहिक हित के काम में कदम से कदम मिलाते हुए घरों से पैरा दान किया ही साथ मे गौठान में आने वाले पैरे को जमाने मे मदद की।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि सुराजी गांव योजना से ग्रामीणों को इसके बहुत से लाभ मिलने लगें है। गौठान से आजीविका संवर्धन का कार्य शुरू हो चुका है इसी का नतीजा है की ग्रामीण स्वंय आगे आकर गौठान के लिए अपने ओर से पूरा सहयोग कर रहें है। उन्होने बताया कि सहसपुर.लोहारा के बचेड़ी गांव में पहले चरण के दौरान गौठान का निर्माण किया गया। गौठान में चारे की व्यवस्था हो इसके लिए बचेड़ी के ग्रामीणों ने स्वेच्छा से 63 ट्रीप ट्रेक्टर ट्राली में भरकर ट्रेक्टर से स्वंय के द्वारा गौठान में जमा कर रखे है। जिससे जितना बन पड़ा उन्होनें उतना पैरा दान किया है। महिलाओं ने अपने घरों से पैरे को निकालकर बढ़ चढ़कर पैरा दान किया है। जिसे बचेड़ी गौठान के एक स्थान में सुरक्षित रखा गया है ताकि गौठान में पशुधन को चारा सहज रूप से उपलब्ध हो सकें।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के तहत जिले के बहुत से गांव में नए गौठान बनाये गये है। ग्रामीणों को गौठान से फायदा मिलने लगा है, पशु पालन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के मैदानी अमलें ग्रामीणों के साथ बैठकर उन्हें योजना के विभिन्न गतिविधियों से परिचित कराते हुए जागरूक कर रहें है। जागरूकता का ही नतीजा है कि ग्रामीण स्वेच्छा से अपने खेतो का पैरा पशुधन के लिए गौठान में दान कर रहें है।

Related Articles

Back to top button