कवर्धादुर्ग

कबीरधाम जिले में भारी बारिश की संभावना, नदी, नालों, पर्वत-पहाड़ांं से दूर रहने की अपील

कलेक्टर ने बारिश और बाढ़ के हलातों की समीक्षा की,

कवर्धाकबीरधाम जिले सहित प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। जिले में भारी बारिश की स्थिति अभी भी बनी हुई हैं। मौसम विभाग की सूचना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने जिले के प्रमुख नदी-नालों के किनारे गांव और पर्वत-पहाड़ों में निवास करने वाले परिवारों को मौसम साफ अथवा खुलने तक बाढ़ और प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए सतर्क और सावधानी बरतने की अपील की है। कलेक्टर श्री शरण ने जिले के मैकल पर्वत श्रृंखला से प्रवाहित होने वाले तीन बडी प्रमुख सकरी, आगर और हाफ नदी और उनके अन्य सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। उन्होने बताया कि मौसम विभाग ने जिले सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर उन्होने बताया कि जिले में वर्षा की स्थिति बनी हुई है, इसलिए नदी-नालों के किनारे वाले गांव और ग्रामीणजनों को संभावित बाढ की स्थिति से सतर्क रहे। ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक वर्षा के कारण नदी-नालों में जल बहाव कभी भी बढ़ सकती है। उन्होने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को जिले के बाढ. प्रभावित क्षेत्रों दुर्गम पहाड़ियों में निवासरत बैगा बसाहवट गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराकर नदी-नालो और पहाड़ों के उपरी हिस्सों में जहां से पानी का बहाव की स्थिति बनती है, ऐसे स्थलों से दूर करने के लिए कहा जाएं। उन्होने अधिकारियों के बाढ़ की हलातों और स्थिति पर नजर रखने के भी निर्देश दिए है। उन्होने बाढ़ राहत दलों से नियमित सपंर्क बनाए रखने के भी निर्देश दिए है।

कलेक्टर श्री शरण ने बैठक में जिले के पांच मध्यम जलाशय सरोधा, क्षीरपानी, सुतियापाठ, कर्नानाला बैराज और बहेराखार जलाशय में जल भराव की स्थिति और उन जलाशयों में उलट पानी के निकासी की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होने मध्यम जलाशयों और एनीकटो क्षेत्रों में जिले के स्थानीय मछुआरों को भी दूर रखने की अपील की है। बैठक में बताया गया कि जिले के सभी पांच मध्यम जलाशयों में शत प्रतिशत पानी का भराव की स्थिति बनी हुई है। सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के कर्रानाला बैराज और सुतियापाठ और बोडला विकासखण्ड के बेहराखार जलाशय में शत-प्रतिशत जल भराव हो चुका है और उन जलाशयों में उलट की स्थिति बनी हुई हैं, जिसके चलते स्थानीय नदी नालों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो रही है। क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों को बाढ़ आने की संभावना और नदी नालों से दूर करने के लिए मुनादी के माध्यम से सूचित भी किया जा रहा है। समय सीमा की बैठक में अपर कलेक्टर श्री जे.के. धुव, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं समस्त जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

संभावित प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था के लिए जिले में बाढ़ नियंत्रण कक्ष-

बैठक में भू-अभिलेख अधिकारी ने बताया कि जिले में संभावित पाकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित की गई है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष में चौबीस घंटे कर्मचारियों की तैनाती की गई है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष क्रमांक 07741-232609 है। यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य करेगा। इसके अतिरिक्त आपात स्थिति में मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री लवकुश सिंगरौल के मोबाईल नंबर 91118-00644 एवं 93029-91093, नगर पालिका कार्यालय का दूरभाष क्रमांक 07741-232226, नगर सेनानी श्री व्ही.के. तिर्की एवं प्रभारी फायर बिग्रेड के मोबाईल नंबर 99261-69988, पुलिस नियंत्रण कक्ष दूरभाष क्रमांक 07741-232674, 232887 अथवा 100 अथवा 112 नंबर, जिला चिकित्सालय 07741-233553 अथवा 108 पर भी त्वरित सूचना प्रेषित किया जा सकता है।

जिले में अब तक 750 मिली मीटर औसत दर्ज-

कबीरधाम जिले में एक जून से 9 सितंबर तक 750 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है, जिसमें सहसपुर लोहारा तहसील में 1005 मिलीमीटर, कवर्धा तहसील में 981.4 मिलीमीटर, पंडरिया तहसील में 510 मिलीमीटर और बोड़ला तहसील में 981 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।

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