कवर्धादुर्ग

-पेड़ को सुखाने किया गया गडलिंग। -वन भूमि पर खेती के लिए चलाए जा रहे हल।

नहीं थम रहा वनों में कटाई का सिलसिला,खेत बनाने पेड़ काटकर चला रहे हल।कर्मचारी मुख्यालय में नहीं रहते।।

कवर्धा डी, एन, योगी, एडीटर, एन, चीफ, कबीर क्रांति

,पंडरिया-वन उपमंडल पंडरिया अंतर्गत पूर्व व पश्चिम रेंज सहित वन विकास निगम क्षेत्र अंतर्गत पेड़ो पर लगातार कटाई चल रही है।कुहड़ियाँ थमने का नाम नहीं ले रही है।देखते ही देखते जंगल छोटे -छोटे बगीचों में तब्दील होते जा रहे हैं।अधिकारी प्रतिदिन इस राह से गुजर रहे हैं लेकिन मूकदर्शक बने हुए हैं।शासन के नीतियों के चलते अधिकारी भी विवश दिखाई पड़ रहे हैं।वन भूमि पर पट्टा वितरण कर शासन ने अतिक्रमणकारियों में प्रतियोगिता पैदा कर दी है।पूर्व रेंज के

बदौरा मार्ग में घने जंगल के बीच 83 हेक्टेयर में पट्टा बांटे जाने के बाद लोग आस-पास के पेड़ों को काटकर खेत बनाने में जुट गए हैं

।वन विकास निगम का कक्ष क्रमांक 497 व 498 में लगभग आधा रकबा में अतिक्रमण हो चुका है।लेकिन विभाग इससे सबक नहीं लेकर अतिक्रमण रोकने की दिशा में कार्य नहीं कर रहा है। क्रांति जलाशय के पास पहले से वन भूमि पर पर प्रधानमंत्री आवास बन चुके हैं।अभी खेती के लिए जुताई कार्य किये जा रहे हैं।इसी प्रकार सामान्य वन क्षेत्र में भी प्रतिदिन कटाई चल रही है।पूर्व वन क्षेत्र में नागाड़बरा,जामुनपानी,टेकटोइया,भड़गा व कोडवगोदान के आस-पास पूर्व में बेदखल किये गये भूमि पर पुनः हल चलाया जा रहा है,वहीं

पश्चिम रेंज अंतर्गत के लिम्हईपुर के पास बगबुड़ा जंगल कक्ष क्रमांक 436 में महीने भर पहले पेड़ों की कटाई कर खेत व घर बना लिए गए हैं।जनप्रतिधियों व अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से अतिक्रमणकारियों व लकड़ी तस्करों के हौसले बढ़े हुए है।जंगलों से प्रति दिन इमारती व जलाऊ लकड़ी की कटाई चल रही है।वन विभाग। कार्यालय के सामने से कई दर्जन सायकलों में जलाऊ लकड़ी नगर में बिकने पहुंचती है।। गडलिंग कर सुखाते हैं-लकड़ी तस्कर पेड़ को सुखाने के लिए गडलिंग का सहारा लेते हैं।तना के छाल को चारों तरफ से काट दिया जाता है।जिसके पश्चात पेड़ सूखने लगते हैं

।पेड़ के सुखने के बाद इसे जलाऊ के रूप में बेचते हैं तथा जमीन में खेती करना शुरू कर देते हैं। मुख्यालय में नहीं रहते कर्मचारी-वनों में लगातार अवैध कटाई व अतिक्रमण का प्रमुख कारण वन कर्मियों का मुख्यालय में नहीं रहना व नियमित दौरा नहीं करना है।वन क्षेत्र में कार्यरत अधिकांश कर्मचारी ब्लाक मुख्यालय में निवास करते हैं।जिसके कारण लकड़ी तस्कर बेख़ौफ़ होकर पेड़ों की कटाई करते हैं। अधिकारियों का कहना है

नागाड़बरा सहित कुछ प्रकरण कोर्ट में चल रहा है,अन्य जगहों पर भी कार्यवाही की जा रही है, जो वन कर्मी मुख्यालय में नहीं रहते उन्हें मुख्यालय में रहने निर्देशित किया जाएगा” । एम एल सिदार,एसडीओ,वन विभाग पंडरिया।। ” अतिक्रमण वाले क्षेत्र में बेदखली की कार्यवाही की जा रही है,जिसके पश्चात इन स्थानों पर प्लांटेशन किया जाएगा।”वीरेंद्र कुमार पटेल,परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी वन विकास निगम पंडरिया

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