कवर्धा

सरस मेले में हर रोज सज रही है गीत-संगीत की महफिल नरिंदर पाल ने अपनी सुमधुर आवाज में सुफी गानों और गजलों से सरस मेले को मंत्रमुग्ध किया दशकों ने देर रात तक लोकनृत्य और नाचा गम्मत का आंनद लिया

सरस मेले में हर रोज सज रही है गीत-संगीत की महफिल

नरिंदर पाल ने अपनी सुमधुर आवाज में सुफी गानों और गजलों से सरस मेले को मंत्रमुग्ध किया

दशकों ने देर रात तक लोकनृत्य और नाचा गम्मत का आंनद लिया

कवर्धा,। हम तेरे शहर में आए है एक मुशाफिर की तरह…..सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका दे दें…. सरस मेले के मंच पर जब सातवे दिन दिलों को छू लेनी वाली सुपरहिट गजल चली तो वहां बैठे दशकों ने इस गजल का खुब आनंद लिया। इसके बाद सुफी और अन्य गीतों की महफिल सजती रही। देर रात गुलाबी ठंड में कवर्धा की दशकों ने सुफी गानों का आनंद लेत हुए दिखें, तालियों की गढ-गढ़ाहट के बीच छत्तीसगढ़ के मशहुर सुफी गायक नरिंदर पाल ने गीतों-गजलों की श्रृंख्ला का बनाए रखा।
दरअसल कवर्धा के पीजी मैदान में दस दिवसीय सरस मेले का अयोजन हो रहा है। यह आयोजन उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से पंचायत एंव ग्रामीण विकास मंत्रालय के तत्वावधान में हो रहा है। सरस मेला आगामी 6 मार्च तक और चलेगा। सरस मेले के समापन की तिथी जैसे-जैसी नजदीक आती जा रही है, ठीक वैसी-वैसी सरस मेले में लोगों की भीड़ उमड़ी जा रही है। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे,पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव और जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल द्वारा अतिथि देव भवः की परम्परानुसार सरस मेले के न्योता पर पहुंचे मुख्य अतिथियों और कलाकारों को सम्मान,स्वागत और अभिनंदन किया जा रहा है।
सरस मेले के सातवें दिन जिला प्रशासन के न्योता पर पहुंच छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध सुफी गायक नरिंदर पाल सिह निन्दर ने देर सात तक गीत-संगीत और गजलों से दर्शकों को बैठने पर मजबूर कर दिया। सुफी गायक मूलतः बिलासपुर से है। उन्हे बचपन से गीत-संगीत पसंद थी,इसलिए उन्होने गीत-संगीत की दुनिया को ही अपने कैरियर का क्षेत्र चुना है। उन्होने तेरे लक्शे कमर से लेकर पंजाबी भाषा में भी सुपरहिट गीतों की महफिल सजा दी। उन्होने ख्वाजा मेंरे ख्वाजा…… दमादम मस्त कलंदर….. एक जो हल्का……हल्का सुरस है…… जैसे अनेक गीतों से लोगों को आंनदित किया।
सरस मेले में इससे पहले भेन्ड्रा नवागांव के लोक कलाकरों ने नाचा गंमत की शानदार प्रस्तुति देकर लोगों को झुमने पर मजबूर कर दिया। वही नवीन कन्या माध्यमिक स्कूल की विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति पर आधार लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर गीत-संगीत की इस श्रृंख्ला को आगे बढ़ाया। सातवे दिन सरस मेले के मुख्य अतिथि श्री जसबिंदर सिंह बग्गा, सतविंदर पहुजा, सविता ठाकुर, रघुनांद योगी सहित अन्य अतिथियों ने जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल के साथ सभी लोक कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

Related Articles

Back to top button