कवर्धा

CMO के संरक्षण में फल फूल रहा ठेकेदार, बिना टेंडर और कार्यादेश के कार्य करने की अनुमति ।वनित सिंह छाबड़ा नगर पालिका का एकलौता ठेकेदार है जिसका कोई  बालबांका नहीं कर सकता  15 वर्ष तक भजपा शासन काल में वनित सिंह छाबड़ा ठेकेदार  की मनमानी चलती रही कुछ नहीं हुआ 5वर्ष तक कांग्रेस की सरकार में वनित सिंह छाबड़ा ठेकेदार ने आंख बंद कर  के दोनों हाथों से लुटा आज तक कुछ नहीं हुआ, नेता भ्रष्ट है तो ठेकेदार क्या करेगा

CMO के संरक्षण में फल फूल रहा ठेकेदार, बिना टेंडर और कार्यादेश के कार्य करने की अनुमति

।वनित सिंह छाबड़ा नगर पालिका का एकलौता ठेकेदार है जिसका कोई  बालबांका नहीं कर सकता, 

15 वर्ष तक भजपा शासन काल में वनित सिंह छाबड़ा ठेकेदार  की मनमानी चलती रही कुछ नहीं हुआ, 

5वर्ष तक कांग्रेस की सरकार में वनित सिंह छाबड़ा ठेकेदार ने आंख बंद कर  के दोनों हाथों से लुटा आज तक कुछ नहीं हुआ,

नेता भ्रष्ट है तो ठेकेदार क्या करेगा

कवर्धा,अजब नगर पालिका का गजब कारनामा, कवर्धा नगर  पालिका का भूमिका सवालों के घेरे पर हैं। ताजा मामला कवर्धा नगर पालिका का है जहां बिना टेंडर और कार्यादेश के ही ठेकेदार को काम दे दिया गया है। यूं कहें तो ठेकेदार ने कार्य प्रारंभ कर दिया है और कार्य पूर्णता की ओर है।

कवर्धा नगर के हृदयस्थल सिग्नल चौक के पास शारदा संगीत महाविद्यालय परिसर स्थित शौचालय को ठेकेदार द्वारा तोड़ दिया गया है और नया शौचालय निर्माणरत है। शारदा संगीत महाविद्यालय के वर्तमान बाउंड्रीवाल को ध्वस्त कर एक नया बाउंड्रीवॉल बनाया जा रहा है जो अवैध है।

बिना कार्यादेश के ठेकेदार कर रहा निर्माण

ठेकेदार वनित सिंह छाबड़ा द्वारा उक्त निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। उक्त संबंध में मीडिया ने सीएमओ से जानकारी लिया तो उन्होंने कार्य को व्यवहारिक रूप में करने का हवाला दिया। इससे यह प्रतीत होता है कि नगर पालिका पूर्व में भी इस प्रकार के कार्य करते रहे हैं। बिना टेंडर के कार्य कराना और फिर टेंडर जारी कर गुपचुप तरीके से चहेते ठेकेदार को भुगतान कर देना यह नगर पालिका की कार्यशैली है।

शासकीय संपत्ति के साथ छेड़-छाड़

जिस प्रकार ठेकेदार द्वारा बिना कार्यादेश के कार्य कर रहा है वह अवैधानिक है। ठेकेदार द्वारा शासकीय संपत्ति को क्षति पहुंचाया जा रहा है। क्या इस कृत्य से हुए शासकीय क्षति की वसूली की जाएगी या फिर प्रशासन भी इस पर मेहरबान हो जायेंगे।

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