कवर्धा

,आज की कथा मे गुरू मत्स्येन्द्र नाथ द्वारा त्रयंबक क्षेत्र सह्माद्रि पर्वत के निकट अपने शिष्य गोरक्ष नाथ को संजीवनी विद्या देना…… 🚩

कवर्धा,डी एन योगी

कवर्धा,,,ग्राम घुघरी मे गुरु गोरक्षनाथ महापुराण कथा काआज चौथे दिन,,सिद्ध योगपीठ कथावाचक महामंडलेश्वर महंत, डा.जोगेद्र नाथ योगी जी महाराज श्री गोरक्षधाम आश्रम हरिद्वार के द्वारा ग्राम घुघरी मे निर्गुण नाथ योगी शिव मंदिर आम बगिया मे गुरु गोरक्षनाथ महापुराण कथा किया जा रहा है।

,,,आज की कथा मे गुरू मत्स्येन्द्र नाथ द्वारा त्रयंबक क्षेत्र सह्माद्रि पर्वत के निकट अपने शिष्य गोरक्ष नाथ को संजीवनी विद्या देना…… 🚩

गोरक्ष नाथजी द्वारा बच्चों की जिद पर मिट्टी का गाड़ीवान बनाना और संजीवनी मंत्र के प्रभाव से पुतले का सजीव हो जाना……. 🚩

जो गहनी नाथ जी के नाथ प्रसिद्ध,, महायोगी हुए,, अनुपान शिला, गोरक्ष गुफा मार्ग पर पहाड़ी मे इनका स्थान है !

हनुमान जी के आग्रह से त्रिया राज्य कामरूप प्रदेश के नीतिवान प्रजा पालक राजा त्रिविक्रम के मृत होने पर उनके शरीर मे परकाया प्रवेश करना.. … और
अपनी काया को वर्तमान मे कोटद्वार उत्तराखण्ड स्थित शिवालय के तहखाने मे रखना…
और रानी मयनावती के पुत्र मौनी नाथ का जन्म होना……. 🚩

गोरक्ष नाथ जी का तपस्या हेतु ग्राम घुघरी होते हुए बद्रीनाथ गमन…… 🚩😊🙏🏻

राजस्थान के चौहाण क्षत्रिय राजा का स्वर्ग से इंद्र की आज्ञा से अप्सरा उर्वसी से विवाह प्रसंग….

एवं अन्य कथाएं बहुत भक्ति भाव मय,, भजन कीर्तन के साथ सुनने का सौभाग्य मिला 🙏🏻

गुरू गोरक्ष नाथजी महाराज की जय 🌷🛕🔱

,,,नाथ योगी समाज के गणमान्य बंधु और क्षेत्र वासी धर्म प्रेमी भगतों ने नाथ जी का कथा श्रवण किया

 ग्राम घुघरी मे ,मातृ शाक्तियां भक्ति से श्री नाथ जी का कथा रस पान करते हुए

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