कवर्धादुर्ग

कबीरधाम जिले का उत्पादिक ऑर्गेनिक भोरमदेव कोदों जल्द मिलेगा शॉपिंग मॉल पर

ऑर्गेनिक कोदो में बीमारियों से लड़ने की शक्ति मौजूद

कवर्धा,  कबीरधाम जिले में उत्पादिक आर्गेनिग कोदो उच्चगुणवत्ता की प्रोसेंसिंग के साथ भोरमदेव कोदो ब्रांड के नाम के साथ मार्केंट में लॉच किया गया है। भोरमदेव कोदो नाम की यह आर्गेंनिग चावल जल्द ही जिले अथवा जिले से बाहर प्रदेश के प्रमुख महानगर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर,राजनांदगांव सहित अन्य जिलों में संचालित बिग बाजार और अन्य मार्केंट में उपलब्ध होगा। वर्तमान में भोरमदेव कोदो जिला पंचायत के समीप संचालित समूह की दुकान में सस्ते दर पर उपलब्ध है। अब हर घर महकेगी ऑर्गेनिग भोरमदेव कोदों की महक के साथ मार्केटिंग की बेहतर प्लान तैयार की जा रही है। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास,पर्यावरण मंत्री तथा कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर ने भोरमदेव कोदों ब्रांड के पैकेजिंग का लॉच किया है।

कबीरधाम में लघु धान्य (कोदो-कुटकी) की फसलों की खेती 8955 हेक्टर क्षेत्र में की जाती है, जिसका उत्पादन लगभग 7682 मीट्रिक टन होता है। यह फसलें विशेषकर वनांचल क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय के किसानों द्वारा प्राकृतिक रूप से उर्वरक और रसायनों के उपयोग के बिना की जाती है। कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, खनिज तत्व, विटामिंस से भरपूर होने के कारण इन फसलों को ‘‘न्यूट्रीसिरियल्स‘‘ के नाम से जाना जाता है।

कबीरधाम जिला प्रशासन द्वारा भोरमदेव कोदो ब्रांड को बेहतर प्लानिंग के साथ मार्केट में उतारने का पुरा कार्य योजना तैयार की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा कबीरधाम जिले के वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले बैगा आदिवासियों और ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजूबत बनाने के लिए चार अलग-अलग वनांचल क्षेत्र बोडला के बैरख, तरेगांव जंगल, पंडरिया के पोलमी और कुकदूर में कोदो को प्रोसेसिंग मशीन लगाई जा रही हैं। अभी जिले में तरेगांव जंगल, बैरख और पोलमी में कोदो कुटकी का प्रोसेसिंग मशीन संचालित शुरू हो गई है। कबीरधाम जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्रो में होने वाले कोदो चावल का प्रोसेसिंग छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की बिहान अंतर्गत महिला समूह द्वारा इसका संचालन किया जा रहा है।

*ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश- कलेक्टर श्री शरण*

कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने बताया कि जिले के बैरख,तरेगांव जंगल और पोलमी तीन अलग-अलग वनांचल क्षेत्रों में राज्य सरकार के मंशानुरूप कोदो कुटकी प्रसंस्करण केन्द्र संचालित की जा रही है। जिले का चौथा प्रसंस्करण केन्द्र कुकदूर में खोलने का काम भी चल रहा है। जिले के वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी,वनवासी तथा अति पिछड़ी बैगा जनजाति के लोगों का आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम छत्तीसगढ़ सरकार के मंशानुरूप काम किया जा रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में उत्पन्न होने वाले कोदो चावल को महिला समूह द्वारा किसान से गुणवत्ता के आधार कच्चा मॉल कोदो खरीदा जायेगा जिसको तैयार कर सभी खर्चो सहित 70 से 80 रूपए के दर पर बाजार में बेचा जाएगा। वर्तमान में तीनों कोदो प्रसंकरण के पास पर्याप्त मात्रा में कोदो चावल उपलब्ध है। महिला समूह के द्वारा भोरमदेव कोदो से किसानों को भी सीधे लाभ होगा विशेषकर आदिवासी समुदाय को जिनके द्वारा यह उत्पादित किया जाता है और साथ में महिला समूह भी इससे आजीविका संवर्धन के गतिविधि में शामिल होकर आर्थिक लाभ कमा सकेंगे।

*बेहतर मार्केटिंग की तैयारी- सीईओ श्री विजय*

जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के ने बताया कि राज्य सरकार कबीरधाम जिले में उत्पादित कोदो कुटकी को उच्च्च गुणवत्ता के साथ लॉच किया गया है। महिला स्व सहायता समूह द्वारा संचालित इस प्रसंस्करण केन्द्र से उत्पाद को भोरमदेव कोदो का नाम दिया गया है। महिला समूह को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और यहां के कोदो कुटकी उत्पादक किसानों के आय दोगुना करने की कोशिश की जा रही है। भोरमदेव ब्रांड नाम से इस कोदों को प्रदेश के अन्य जिलों में ग्राहकों को खुली मार्केट में कम किमत पर मिल सके इसके लिए बेहतर मार्केटिंग की कार्ययोजन तैयार की जा रही है।।

*कोदो-कुटकी कें बीमारियों से लड़ने की शक्ति मौजूद*

कोदो-कुटकी पूर्णतः जैविक रूप से उगाए जाने के कारण इस क्षेत्र के इन फसलों के उत्पादों का राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बहुत मांग है। जीवन शैली से संबंधित बीमारियां जैसे-मधुमेह, कॉर्डियोवेस्कुलर, ऑस्टियोंपोरोशिस एवं ओबेसिटी जैसी बीमारियों से शहरी सभ्यता की अधिकांश जनसंख्या पीड़ित है। इन सभी बीमारियों से लड़ने की शक्ति इस कोदो-कुटकी आनाज में उपलब्ध है इसलिए इन फसलों के उत्पादों की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। कोदो में (प्रति 100 ग्राम में) प्रोटीन 8.3 प्रतिशत, वसा 1.4 प्रतिशत, फाईबर 9 प्रतिशत, मिनरल 2.6 प्रतिशत, कैल्शियम 26 मिली ग्राम, कुटकी में (प्रति 100 ग्राम में) प्रोटीन 7.7 प्रतिशत, वसा 4.7 प्रतिशत, फाईबर 7.6 प्रतिशत, मिनरल 1.5 प्रतिशत, आयरन 9.3 प्रतिशत, कैल्शियम 17 मिली ग्राम पाए जाते है। इसमें आइसोल्यूसिन, ल्यूसिन, लाइसिन, मेथियोनिन, सिस्टीन, फिनाईलएलानिन, टाइरोसिन, ट्रिप्ओफेन, वेलिन, हिस्टीडिन आवश्यक अमीनो एसिड्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते है।

 

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